Tesla ने भारत में भर्ती शुरू की, बाजार में प्रवेश की तैयारी तेज़
दुनिया की प्रमुख इलेक्ट्रिक वाहन निर्माता कंपनी टेस्ला ने भारत में भर्ती प्रक्रिया शुरू कर दी है, जिससे देश के ऑटोमोबाइल सेक्टर में हलचल बढ़ गई है। कंपनी ने अपने लिंक्डइन पेज पर 13 पदों के लिए नौकरियों की सूची जारी की है। ये पद ग्राहक सेवा, बिक्री, संचालन और तकनीकी सहायता जैसे क्षेत्रों से संबंधित हैं। इनमें से पाँच पद मुंबई और दिल्ली के लिए हैं, जबकि बाकी भूमिकाएँ मुंबई केंद्रित हैं।

यह कदम टेस्ला के सीईओ एलन मस्क की अमेरिका में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हालिया मुलाकात के बाद आया है। यह भारत के बड़े बाजार में टेस्ला के प्रवेश की संभावना को और पुख्ता करता है।
कौन-कौन सी भूमिकाओं के लिए हो रही है भर्ती?
लिस्टिंग के अनुसार, टेस्ला निम्नलिखित पदों पर उम्मीदवारों को नियुक्त कर रही है:
- ग्राहक सहायता विशेषज्ञ: न्यूनतम 2 वर्ष का ऑटोमोटिव तकनीकी सहायता अनुभव आवश्यक।
- इनसाइड सेल्स एडवाइजर: स्नातक की डिग्री या प्रासंगिक ग्राहक-संबंधी अनुभव।
- टेस्ला एडवाइजर: वैध ड्राइविंग लाइसेंस और साफ ड्राइविंग रिकॉर्ड आवश्यक।
- सेवा सलाहकार: ऑटोमोटिव प्रौद्योगिकी में एसोसिएट डिग्री या प्रमाणन वाले उम्मीदवारों को प्राथमिकता।
- सेवा प्रबंधक: सेवा आधारित उद्योग में नेतृत्व अनुभव आवश्यक।
- स्टोर प्रबंधक: 8+ वर्षों का खुदरा प्रबंधन अनुभव और टीम नेतृत्व का 3+ वर्षों का अनुभव।
- ऑर्डर ऑपरेशन विशेषज्ञ: ऑर्डर प्रबंधन और लोगों के प्रबंधन में अनुभव।
- पार्ट्स सलाहकार: ऑटोमोटिव प्रौद्योगिकी में डिग्री और 1-3 वर्षों का अनुभव।
- व्यवसाय संचालन विश्लेषक: एमएस ऑफिस और एक्सेल में दक्षता, अंग्रेजी और स्थानीय भाषाओं का ज्ञान।
- सेवा तकनीशियन: डीलरशिप सेटिंग में 1-3 वर्षों का अनुभव।
- उपभोक्ता जुड़ाव प्रबंधक: 7+ वर्षों का मार्केटिंग अनुभव, लाइफस्टाइल ब्रांड के लिए काम करने का अनुभव लाभप्रद।
- ग्राहक सहायता सलाहकार: ग्राहक सहायता में पर्यवेक्षी अनुभव और स्थानीय भाषाओं का ज्ञान।
- डिलीवरी ऑपरेशन स्पेशलिस्ट: संगठनात्मक और संचार कौशल में दक्षता।
इच्छुक उम्मीदवार टेस्ला के लिंक्डइन पेज पर जाकर विस्तृत जानकारी के साथ आवेदन कर सकते हैं।
Tesla के भारत में विस्तार के पीछे का कारण
Tesla और भारत के बीच लंबे समय से बातचीत चल रही थी, लेकिन कंपनी ने अब तक देश में अपना परिचालन शुरू नहीं किया था। इसके पीछे प्रमुख कारण था भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों पर उच्च आयात शुल्क। हालाँकि, भारत सरकार ने हाल ही में $40,000 से अधिक कीमत वाली लक्जरी कारों पर आयात कर 110% से घटाकर 70% कर दिया है।

भारत में इलेक्ट्रिक वाहन बाजार अभी शुरुआती दौर में है, लेकिन तेजी से बढ़ रहा है। पिछले साल देश में लगभग 1 लाख इलेक्ट्रिक कारें बेची गईं, जो चीन के 11 मिलियन यूनिट के मुकाबले बहुत कम है। लेकिन, भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों की बढ़ती मांग और सरकार की नीतियों में बदलाव ने टेस्ला को देश में अपने परिचालन के विस्तार के लिए प्रेरित किया है।
भारत के लिए संभावित योजनाएँ
Tesla न केवल भारत में अपना परिचालन शुरू करने की तैयारी कर रही है, बल्कि देश के लिए एक कम लागत वाली इलेक्ट्रिक कार भी लॉन्च करने की योजना बना रही है। वर्तमान में अमेरिका में टेस्ला की सबसे सस्ती कार मॉडल 3 की कीमत लगभग $30,000 (26 लाख रुपये) है। भारतीय बाजार में प्रतिस्पर्धा को ध्यान में रखते हुए, कंपनी एक और सस्ती कार पेश कर सकती है।
भविष्य की संभावनाएँ
Tesla की भारत में भर्ती प्रक्रिया यह संकेत देती है कि कंपनी भारतीय बाजार में एक मजबूत उपस्थिति बनाने की योजना बना रही है। यह कदम न केवल भारतीय इलेक्ट्रिक वाहन उद्योग को बढ़ावा देगा, बल्कि देश में नई नौकरियों और तकनीकी विकास के रास्ते भी खोलेगा।
इस नई शुरुआत से भारत के ऑटोमोबाइल और तकनीकी क्षेत्र में बड़ा बदलाव आने की संभावना है।