अदृश्य शक्ति न्यूज़ | जबलपुर संभाग
राजेश विश्वकर्मा की खास रिपोर्ट
डायल-112/100 के जवानों की तत्परता से समय पर पहुंची मदद, घायलों को अस्पताल पहुंचाकर बचाई जान
कटनी, 21 मई 2025 – मध्यप्रदेश के कटनी जिले के ढीमरखेड़ा थाना क्षेत्र के सिलौड़ी गांव में आज एक भीषण सड़क हादसे में दो बसों की आमने-सामने टक्कर हो गई, जिससे 20 लोग घायल हो गए। घटना की जानकारी मिलते ही राज्य स्तरीय पुलिस कंट्रोल रूम डायल-112/100 भोपाल द्वारा तत्काल स्थानीय पुलिस एवं चिकित्सा सहायता भेजी गई।
घटना की सूचना मिलते ही ढीमरखेड़ा क्षेत्र में सक्रिय डायल-112/100 के दो एफआरवी वाहन मौके के लिए रवाना किए गए। कुछ ही देर में डायल-112/100 के सैनिक देवेन्द्र बाजपई, सैनिक राजकुमार परोहा, पायलट इन्द्रराज पौराणिक और तेजभान सिंह घटनास्थल पर पहुंचे।
उन्होंने देखा कि हादसे के बाद मौके पर अफरा-तफरी मच गई थी और घायल यात्री बस के अंदर और सड़क किनारे इधर-उधर पड़े हुए थे। जवानों ने बिना समय गंवाए तुरंत रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया और घायलों को प्राथमिक सहायता देने के साथ-साथ उन्हें दो एफआरवी वाहनों एवं एक चिकित्सा वाहन की मदद से नजदीकी उमरियापान अस्पताल पहुंचाया।
गंभीर घायलों को कटनी जिला चिकित्सालय किया गया रेफर
मौके पर मौजूद जवानों ने घायलों की स्थिति का मूल्यांकन कर गंभीर रूप से घायल यात्रियों को तुरंत जिला चिकित्सालय, कटनी रेफर किया। वहां उनका इलाज जारी है और डॉक्टरों के अनुसार कुछ यात्रियों की स्थिति नाजुक बनी हुई है, लेकिन समय पर इलाज शुरू हो जाने से बड़ा खतरा टल गया है।
प्रशासन की सतर्कता और डायल-112/100 की सक्रियता बनी जीवन रक्षक
इस दुर्घटना में डायल-112/100 की सक्रियता और त्वरित प्रतिक्रिया ने यह साबित कर दिया कि इमरजेंसी सेवाएं यदि सही समय पर पहुंचे, तो कई कीमती जानें बचाई जा सकती हैं। स्थानीय लोगों ने भी जवानों की तत्परता की सराहना करते हुए बताया कि यदि थोड़ी भी देर हो जाती, तो हादसे में जानमाल की हानि और अधिक हो सकती थी।
स्थानीय पुलिस कर रही जांच
ढीमरखेड़ा पुलिस ने घटना की जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि दोनों बसें तेज गति में थीं और मोड़ पर नियंत्रण नहीं रख पाने की वजह से यह टक्कर हुई। दोनों बस चालकों से पूछताछ की जा रही है और घायलों के बयान भी दर्ज किए जा रहे हैं।
मानवता की मिसाल बने जवान
घटना के बाद सोशल मीडिया पर भी डायल-112/100 के जवानों की जमकर सराहना हो रही है। खासतौर पर सैनिक देवेन्द्र बाजपई और उनके साथी जवानों ने जिस साहस और संवेदनशीलता के साथ अपना कर्तव्य निभाया, वह प्रशंसा के योग्य है।
अंत में:
यह हादसा एक बार फिर यह सोचने पर मजबूर करता है कि सड़कों पर सावधानी और ट्रैफिक नियमों का पालन कितना आवश्यक है। साथ ही यह घटना दर्शाती है कि यदि प्रशासनिक तंत्र सजग हो, तो किसी भी संकट से समय रहते निपटा जा सकता है।
(अदृश्य शक्ति न्यूज़ के लिए जबलपुर संभाग से ब्यूरो रिपोर्टर राजेश विश्वकर्मा)
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