अदृश्य शक्ति न्यूज़ पेपर | दिनांक – 23/05/2025
जबलपुर संभाग ब्यूरो – राजेश विश्वकर्मा
ऑपरेशन मुस्कान के तहत कटनी पुलिस ने किया चमत्कारिक रेस्क्यू, अपराध क्रमांक 146/25 धारा 137(2) बीएनएस के तहत दर्ज मामले में सफलता
कटनी जिले में बीते हफ्ते एक घटना ने पूरे इलाके को दहला दिया था। एक मासूम बालिका के अचानक लापता हो जाने से इलाके में सनसनी फैल गई थी। परिजनों की आँखों में चिंता के बादल और दिलों में एक ही सवाल – “कहाँ गई हमारी बेटी?” गुमशुदगी की खबर ने पूरे मोहल्ले को झकझोर दिया।
इस मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस मुख्यालय द्वारा चलाए जा रहे “ऑपरेशन मुस्कान” के तहत कार्यवाही की गई। कटनी के पुलिस अधीक्षक श्री अभिजीत रंजन ने विशेष निर्देश देते हुए जिले की पुलिस टीम को अलर्ट कर दिया। उनका स्पष्ट आदेश था – “हर गुमशुदा बच्चा सकुशल वापस घर लौटे, यही हमारा मिशन है।”
अपराध क्रमांक 146/25, धारा 137(2) बीएनएस के अंतर्गत यह मामला दर्ज किया गया था। प्रारंभिक जांच के दौरान यह स्पष्ट नहीं हो सका था कि बालिका किसी के बहकावे में आई है या किसी बड़ी साजिश का शिकार हुई है। हर संभावना को ध्यान में रखते हुए पुलिस ने छानबीन तेज कर दी।
इस मिशन की कमान सौंपी गई अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डॉ. संतोष डेहरिया और नगर पुलिस अधीक्षक श्रीमती ख्याति मिश्रा को। उनके मार्गदर्शन में थाना माधवनगर के निरीक्षक अभिषेक चौबे के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की गई। इस टीम में चौकी निवार प्रभारी उप निरीक्षक नेहा मौर्या, सहायक उप निरीक्षक कमलेश्वर शुक्ला, प्रधान आरक्षक गौरव सेन, आरक्षक अरविंद कुशवाहा और आरक्षक वकील यादव की सक्रिय भागीदारी रही।
जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ी, एक-एक कर कड़ियाँ जुड़ती गईं। सीसीटीवी फुटेज, मोबाइल लोकेशन और स्थानीय मुखबिर तंत्र का उपयोग करते हुए पुलिस ने वह सुराग ढूंढ निकाला, जो बालिका तक पहुँचने की कुंजी बना। अंततः 23 मई 2025 को पुलिस टीम ने कटनी क्षेत्र से उस बालिका को सकुशल बरामद कर लिया।
पूरे घटनाक्रम के दौरान पुलिस ने न केवल तेज़ी, बल्कि अत्यंत संवेदनशीलता के साथ कार्य किया। बरामदगी के बाद बालिका को चिकित्सकीय परीक्षण हेतु भेजा गया, जिसके पश्चात उसे उसके परिजनों को सौंप दिया गया।
जब चौकी निवार पुलिस ने बालिका को उसके माता-पिता के सामने खड़ा किया, तो वहाँ मौजूद हर शख्स की आँखें भर आईं। माता-पिता ने बेटी को गले से लगाकर पुलिस टीम को धन्यवाद कहा। उनकी आँखों में जो आभार था, वह किसी शब्द का मोहताज नहीं था।
बालिका के मिलने पर परिजनों ने चौकी निवार पुलिस और ऑपरेशन मुस्कान टीम की भूरी-भूरी प्रशंसा की। उन्होंने कहा –
“पुलिस को लोग डर की नजर से देखते हैं, लेकिन हमारे लिए आज ये देवदूत बनकर आए हैं। हमारी खोई हुई दुनिया हमें वापस मिल गई।”
इस पूरे अभियान में निरीक्षक अभिषेक चौबे के कुशल नेतृत्व और उपनिरीक्षक नेहा मौर्या की सटीक रणनीति को विशेष रूप से सराहा गया है। एक संगठित, जिम्मेदार और समर्पित पुलिस बल कैसे जनता के विश्वास को पुनः प्राप्त करता है, इसका यह बेहतरीन उदाहरण है।
अदृश्य शक्ति न्यूज़ यह गर्व से कहता है कि ऐसी सकारात्मक और जनहितकारी खबरों को प्रमुखता देना आज की पत्रकारिता की असली जिम्मेदारी है।
हमारी टीम ने इस मिशन को बेहद नजदीक से देखा और जाना कि पुलिस की वर्दी सिर्फ कानून की नहीं, बल्कि संवेदना की भी प्रतीक है।
जबलपुर संभाग ब्यूरो राजेश विश्वकर्मा की विशेष रिपोर्ट।