कटनी जिले में समर्थन मूल्य पर गेहूँ उपार्जन शुरू, 85 खरीदी केन्द्रों से किसानों को राहत
कटनी, 18 अप्रैल – जिले में समर्थन मूल्य पर गेहूँ उपार्जन की प्रक्रिया तेज़ी से चल रही है। इस वर्ष किसानों को प्रति क्विंटल 2425 रुपये समर्थन मूल्य के साथ 175 रुपये बोनस जोड़कर कुल 2600 रुपये की दर से गेहूँ बेचने का अवसर मिल रहा है। यह उपार्जन कार्य 5 मई तक जिले भर में जारी रहेगा। इसके लिए जिले में कुल 85 उपार्जन केन्द्र स्थापित किए गए हैं, जिनमें से 76 पहले ही कार्यरत हैं और 15 केन्द्रों में किसानों की उपज की आवक प्रारंभ हो चुकी है।

कलेक्टर श्री दिलीप कुमार यादव द्वारा 17 अप्रैल को जारी आदेश के तहत 8 महिला स्व-सहायता समूहों को भी उपार्जन कार्य का जिम्मा सौंपा गया है। यह पहल न केवल स्थानीय महिलाओं को स्वावलंबी बनाएगी, बल्कि उपार्जन व्यवस्था में पारदर्शिता और सुगमता भी लाएगी।
इन महिला स्व-सहायता समूहों को सौंपा गया दायित्व:
- विजयराघवगढ़ तहसील: धबैया उपार्जन केन्द्र – पूनम स्व-सहायता समूह, देवरी मझगवां
- बरही तहसील: पिपरियाकला-2 – गुलाब समूह, हदरहटा-2 – राधाकृष्ण समूह, करेला – खुशी समूह, बगैहा – शिवराज समूह
- ढीमरखेड़ा तहसील: खमतरा – दुर्गा आजीविका समूह, कटरिया – जागृति समूह, सिलौड़ी – एकता समूह
उपार्जन की प्रक्रिया और समय-सारिणी:
उपार्जन सप्ताह में 5 दिन (सोमवार से शुक्रवार) सुबह 8 बजे से शाम 8 बजे तक किया जाएगा, जबकि तौल पर्ची शाम 6 बजे तक जारी होगी। विशेष परिस्थितियों में जिन किसानों की तौल नहीं हो पाती, उनकी तौल शनिवार को की जाएगी। उपार्जन केन्द्रों पर आवश्यक संसाधनों की व्यवस्था संबंधित संस्था द्वारा सुनिश्चित की जाएगी, जिसकी निगरानी सहकारिता विभाग के सहायक आयुक्त एवं जिला सहकारी बैंक के नोडल अधिकारी करेंगे।
प्रक्रिया में पारदर्शिता के निर्देश:
भारत सरकार द्वारा उपार्जन केन्द्रों की श्रेणीकरण प्रक्रिया तय की गई है। इसके तहत केन्द्रों की सुविधाओं की जानकारी और फोटोग्राफ्स www.pcsap.in पोर्टल पर अपलोड की जाएंगी, जिसका सत्यापन नोडल अधिकारी करेंगे। साथ ही, एफएक्यू गुणवत्ता बैनर, मजदूरी व्यय का प्रदर्शन, तौल कांटे की प्रविष्टि, गुणवत्ता सर्वेयर की पंजी, और धर्म कांटे की जानकारी भी पोर्टल पर दी जाएगी।
ई-उपार्जन और स्लॉट बुकिंग:
किसान अपने गेहूँ विक्रय के लिए www.mpeuparjan.nic.in पर स्लॉट बुकिंग कर सकते हैं। पंजीकृत मोबाइल नंबर पर ओटीपी के माध्यम से लॉगिन कर बुकिंग की जा सकती है। यह सुविधा किसान स्वयं, एमपी ऑनलाइन, पंचायत, लोक सेवा केन्द्र या इंटरनेट कैफे के माध्यम से प्राप्त कर सकते हैं।
बारदाने और पैकिंग के मानक:
गेहूँ की भरती 50 किलो वजन के मानक जूट बारदाने में की जाएगी, जो 580 ग्राम स्टैण्डर्ड वज़न के होने चाहिए। प्रत्येक बोरे पर 18×18 इंच की लाल रंग की स्टेंसिल तथा किसान के पंजीयन क्रमांक की 3×4 इंच की प्लास्टिक स्लिप लगाई जाएगी, जिसे आधा अंदर और आधा बाहर सिलाई कर लगाया जाएगा।
समस्त उपार्जन केन्द्र प्रभारियों को निर्देशित किया गया है कि वे यह सुनिश्चित करें कि केवल एफएक्यू गुणवत्ता वाली उपज का ही उपार्जन हो। नॉन-एफएक्यू गेहूँ को रिजेक्ट करते हुए किसान को अपग्रेड हेतु मार्गदर्शन देना अनिवार्य है।
निष्कर्षतः, कटनी जिले में समर्थन मूल्य पर गेहूँ उपार्जन के लिए प्रशासनिक तैयारियाँ पूरी हैं। महिला समूहों की भागीदारी से जहां एक ओर स्वावलंबन को बढ़ावा मिलेगा, वहीं पारदर्शिता और प्रक्रिया की दक्षता भी सुनिश्चित होगी।