मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत 112 जोड़ों का सामूहिक विवाह संपन्न
कटनी, अदृश्य शक्ति न्यूज़ – मध्य प्रदेश शासन की मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के अंतर्गत विजयराघवगढ़ जनपद पंचायत प्रांगण में गुरुवार को भव्य सामूहिक विवाह समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर कुल 112 जोड़ों (110 जोड़े जनपद से और 2 जोड़े नगर परिषद विजयराघवगढ़ से) का विवाह वैदिक मंत्रोच्चार एवं धार्मिक रीति-रिवाजों के अनुसार संपन्न हुआ। यह आयोजन शासन की महत्वाकांक्षी योजना के तहत किया गया, जिसका उद्देश्य आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों की कन्याओं के विवाह को सुगम बनाना है।

सामूहिक विवाह की भव्य व्यवस्था
इस भव्य आयोजन के लिए विशेष प्रबंध किए गए थे। कार्यक्रम स्थल को भव्य रूप से सजाया गया था। स्थानीय विधायक श्री संजय सत्येंद्र पाठक का निवास वर एवं बारात पक्ष के लिए जनवासा के रूप में तैयार किया गया, जबकि जनपद पंचायत सभागार को वधुओं के गृह-आंगन के रूप में सजाया गया। विवाह समारोह में हजारों की संख्या में लोग उपस्थित रहे, जो इस शुभ अवसर के साक्षी बने।
नवविवाहित जोड़ों को मिली आर्थिक सहायता
मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत विवाह करने वाले प्रत्येक नवविवाहित जोड़े को ₹49,000 की आर्थिक सहायता प्रदान की गई। यह सहायता राशि वधू के बैंक खाते में हस्तांतरित की जाएगी, जिससे नवविवाहित जोड़े अपने नए जीवन की शुरुआत सुगमता से कर सकें। विवाह समारोह में सभी जोड़ों को सांकेतिक चेक भी प्रदान किए गए। इस योजना का उद्देश्य गरीब एवं जरूरतमंद परिवारों को आर्थिक संबल देना है, ताकि वे बिना किसी वित्तीय परेशानी के अपनी बेटियों का विवाह कर सकें।

गणमान्य अतिथियों की उपस्थिति
इस महत्वपूर्ण अवसर पर विजयराघवगढ़ जनपद अध्यक्ष श्रीमती सुधा कोल, नगर परिषद अध्यक्ष श्रीमती वसुधा मिश्रा, जनपद उपाध्यक्ष श्री उदयराज सिंह चौहान, जिला पंचायत सदस्य श्री प्रेमलाल केवट एवं संगीता पटेल, मंडल अध्यक्ष मनीष मिश्रा, विवाह आयोजन समिति की सदस्य श्रीमती कुमरिया बाई एवं शिवनारायण त्रिपाठी उपस्थित रहे।
इसके अतिरिक्त, प्रशासनिक अधिकारियों में सीईओ जनपद श्री ब्रतेश जैन, सहायक यंत्री श्री आई.पी. साकेत, बीपीओ श्री फूल सिंह बागरी, सामाजिक सुरक्षा अधिकारी श्री हर्षित असाटी, अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारी श्री आलोक पटेल सहित अन्य विकासखंड स्तरीय अधिकारी, जनपद पंचायत के एडीईओ, पीसीओ, उपयंत्री, ग्राम पंचायत के सचिव और ग्राम रोजगार सहायक भी मौजूद रहे।
सामूहिक विवाह का संचालन एवं धार्मिक अनुष्ठान
कार्यक्रम का संचालन पंचायत समन्वय अधिकारी श्री राजेंद्र पाटकर द्वारा किया गया। विवाह संस्कार वेदिक रीति-रिवाजों और मंत्रोच्चार के साथ विधिपूर्वक संपन्न हुआ। धार्मिक अनुष्ठानों का नेतृत्व विद्वान पंडितों द्वारा किया गया, जिन्होंने वर-वधू को वैवाहिक जीवन के शुभ संकल्प और दांपत्य जीवन के महत्व के बारे में बताया।

नवविवाहित जोड़ों एवं परिजनों की खुशी
इस सामूहिक विवाह में शामिल नवविवाहित जोड़ों और उनके परिवारों में जबरदस्त खुशी देखने को मिली। उन्होंने शासन द्वारा प्रदान की गई आर्थिक सहायता और इस आयोजन की भव्यता के लिए आभार व्यक्त किया। वधू पक्ष के परिवारों ने कहा कि इस योजना से उन्हें अपनी बेटियों की शादी करने में बहुत सहायता मिली है और यह उनके लिए किसी वरदान से कम नहीं है।
सरकार की पहल से बढ़ रही सामाजिक जागरूकता
मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना न केवल आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों की मदद कर रही है, बल्कि समाज में सामूहिक विवाह की परंपरा को भी बढ़ावा दे रही है, जिससे दहेज प्रथा जैसी कुरीतियों पर अंकुश लगाने में सहायता मिल रही है। इस योजना के तहत हर साल हजारों बेटियों का विवाह संपन्न हो रहा है, जिससे समाज में सकारात्मक बदलाव आ रहा है।
समारोह की भव्यता और उल्लास
इस सामूहिक विवाह समारोह में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया गया, जिसमें लोक कलाकारों ने पारंपरिक गीत-संगीत की प्रस्तुतियां दीं। समारोह स्थल पर रंग-बिरंगी सजावट और रोशनी से पूरा वातावरण उल्लासमय हो गया था।
निष्कर्ष
विजयराघवगढ़ में आयोजित यह सामूहिक विवाह समारोह न केवल एक सामाजिक समरसता का प्रतीक बना, बल्कि आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों को संबल देने की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ। इस योजना के माध्यम से सरकार बेटियों के सम्मान और सुरक्षा की दिशा में ठोस प्रयास कर रही है। यह आयोजन समाज के लिए प्रेरणादायक है और भविष्य में भी इस तरह के प्रयासों से कई परिवारों को राहत मिलेगी।