मध्य प्रदेश के कटनी जिले की बरही तहसील में स्थित विजयनाथ धाम विश्वकर्मा मंदिर में 17 सितंबर को विश्वकर्मा पूजा का आयोजन हुआ।
इस आयोजन में भारी बारिश के बावजूद भी लोगों ने उत्साह के साथ भाग लिया।
शोभायात्रा बाबा विजय नाथ धाम से पुराना बस स्टैंड तक निकाली गई, जिसमें ढोल-नगाड़ों के साथ डांस करते हुए लोगों ने बारिश में भी अपना उत्साह नहीं कम होने दिया। पुलिस प्रशासन भी आयोजन के दौरान मौजूद रहा
इसके अलावा, सांस्कृतिक कार्यक्रम में छोटे-छोटे बच्चों के डांस, गीत और भाषण कार्यक्रम हुए। उसके बाद भंडारे का आयोजन किया गया, जिसमें बुजुर्गों को फूलमाला और गमछा देकर सम्मानित किया गया। विश्वकर्मा समाज उत्थान एवं शिक्षा समिति द्वारा हर साल एक अच्छा काम करने वाले व्यक्ति को सम्मानित किया जाता है, इस वर्ष जमुना प्रसाद विश्वकर्मा जी को विश्वकर्मा पद्म भूषण सम्मान से नवाजा गया। एवं इस वर्ष समाज में सबसे अधिक सक्रिय सदस्यों को विश्वकर्मा उत्कृष्ट सेवा सम्मान से नवाजा,
आपको बता दें विजयनाथ धाम बरही में विश्वकर्मा समाज उत्थान संघ एवं शिक्षा समिति इस कार्यक्रम एवं मंदिर निर्माण की नीव रखी थी जो आज 25 सालों तक निरंतर चली आ रही है, जिसे अब तीसरी पीढ़ी के रूप में विश्वकर्मा समाज उत्थान नवयुवक मंडल द्वारा किया जा रहा है, विश्वकर्मा मंदिर निर्माण भी चल रहा है, विजयराघवगढ़ विधानसभा क्षेत्र एवम बड़वारा, उमरिया के लगभग 5 से 10000 विश्वकर्मा समाज के लोग एकत्रित होकर यह कार्यक्रम का आयोजन करते हैं, हर साल की तरह इस साल भी लोगों का उत्साह कम नहीं हुआ बारिश के बाद भी लोग कार्यक्रम में पहुंचे महिलाएं बच्चों ने भी बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया।
विश्वकर्मा पूजा आयोजन में मुख्य रूप से श्री राम मिलन विश्वकर्मा, श्री विष्णु प्रसाद विश्वकर्मा, अच्छे लाल विश्वकर्मा श्री जमुना प्रसाद विश्वकर्मा श्री हरकेश विश्वकर्मा, श्री रामपाल विश्वकर्मा, आशुतोष विश्वकर्मा आशीष विश्वकर्मा संजीव विश्वकर्मा, कौशल, जानकी प्रसाद सुनील विश्वकर्मा, विनोद विश्वकर्मा, पिंटू विश्वकर्मा, काशी विश्वकर्मा रामनरेश विश्वकर्मा, भारत विश्वकर्मा, केशव विश्वकर्मा राकेश विश्वकर्मा पुरुषोत्तम विश्वकर्मा, राकेश विश्वकर्मा, राजेंद्र विश्वकर्मा बाला विश्वकर्मा, दशरथ विश्वकर्मा हरीश विश्वकर्मा अमित विश्वकर्मा रामधीन विश्वकर्मा, शिवकुमार विश्वकर्मा, संजय प्रकाश प्रदीप, कपिल नरेंद्र, सुखनंदन सुखबादन, गया, रामगोपाल, प्रकाश दिलीप, जुगल प्रसाद विजय विश्वकर्मा मंगल विश्वकर्मा, पुजारी चंद्रावली, भगत विश्वकर्मा एवं समस्त विश्वकर्मा समाज महिला मंडल सहित
विश्वकर्मा पूजा का महत्व हिंदू धर्म में बहुत अधिक है, क्योंकि भगवान विश्वकर्मा को निर्माण और सृजन का देवता माना जाता है। वह देवताओं के शिल्पकार हैं और पौराणिक काल में विशाल महलों, हथियारों और भवनों का निर्माण करते थे। इसलिए, विश्वकर्मा पूजा के दिन लोहे के सामानों, औजारों, मशीनों और दुकानों की पूजा की जाती है ¹।