उमरिया के मरदरी गांव में फैला उल्टी-दस्त का संक्रमण, स्वास्थ्य विभाग की टीम अलर्ट पर

📰उमरिया के मरदरी गांव में फैला उल्टी-दस्त का संक्रमण, स्वास्थ्य विभाग की टीम अलर्ट पर


अदृश्य शक्ति न्यूज़ | उमरिया | रिपोर्टर: भूपेंद्र विश्वकर्मा

उमरिया ज़िले के ग्राम मरदरी (विकासखंड करकेली) में उल्टी-दस्त (डायरिया) की शिकायतों के बाद स्वास्थ्य विभाग हरकत में आ गया है। स्थानीय आशा कार्यकर्ता रामकली सिंह ने 5 जुलाई 2025 की शाम को गांव में बच्चों को उल्टी-दस्त की शिकायत की सूचना उच्च अधिकारियों को दी, जिसके बाद जिला प्रशासन और स्वास्थ्य अमले ने तेजी से मोर्चा संभाला।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, गांव की दो बालिकाएं – कुमारी कलावती पिता बुद्ध सिंह (8 वर्ष) और शसुलोचना पिता छोटू सिंह (14 वर्ष) को संक्रमण की गंभीर शिकायत के चलते तत्काल जिला चिकित्सालय उमरिया रेफर किया गया। यह कार्य आशा कार्यकर्ता की सजगता और जिम्मेदारी का परिणाम था, जिससे संभावित स्थिति को समय रहते नियंत्रित किया जा सका।

Untitled design उमरिया के मरदरी गांव में फैला उल्टी-दस्त का संक्रमण, स्वास्थ्य विभाग की टीम अलर्ट पर

💼 जिला प्रशासन की त्वरित कार्यवाही

उमरिया कलेक्टर के स्पष्ट निर्देश के तहत मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (CMHO) डॉ. वीएस चंदेल द्वारा रैपिड रिस्पांस टीम (RRT) को अलर्ट किया गया। साथ ही 5 जुलाई की रात में ही ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर (BMO) के माध्यम से ग्राम मरदरी में डोर-टू-डोर सर्वे शुरू करने के निर्देश जारी किए गए।

👩‍⚕️ स्वास्थ्य अमले की जिम्मेदारी तय

CMHO कार्यालय द्वारा जारी आदेश के अनुसार, निम्नलिखित स्वास्थ्य कर्मियों को जिम्मेदारी सौंपी गई:

  • डॉ. योगेश कर्वे – मेडिकल निरीक्षण व प्राथमिक उपचार
  • श्री रामचंद्र यादव (CHC सुपरवाइजर) – निगरानी एवं समन्वय
  • एएनएम – टीकाकरण एवं आवश्यक दवाएं वितरण
  • एमपीएस कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर – दवाओं की उपलब्धता व जनसंपर्क

ये सभी अधिकारी एवं स्टाफ 6 जुलाई 2025 को ग्राम मरदरी पहुंचकर स्थिति का अवलोकन कर रहे हैं।

🧪 सर्वे, जांच और उपचार की व्यवस्थाएं

डॉ. योगेश कर्वे ने गांव में घर-घर जाकर सर्वेक्षण और संभावित संक्रमितों की जांच शुरू कर दी है। संक्रमितों को ORS, ज़िंक, एंटीबायोटिक्स जैसी आवश्यक दवाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। 108 एंबुलेंस सेवा को पूरी तरह अलर्ट मोड में रखा गया है ताकि जरूरतमंदों को समय रहते जिला अस्पताल पहुंचाया जा सके।

🚰 स्वच्छता और जलस्रोतों की देखरेख

संक्रमण फैलने का एक बड़ा कारण प्रदूषित जल हो सकता है। इसे देखते हुए ग्राम में स्थित कुओं व हैंडपंपों में ब्लीचिंग पाउडर से निर्जलीकरण (डिसइंफेक्शन) का कार्य भी तेजी से किया जा रहा है। एनपीएस श्री रामचंद्र यादव ने बताया कि ग्राम पंचायत के सहयोग से सफाई व्यवस्था भी सुदृढ़ की जा रही है।

📢 जनजागरूकता भी ज़रूरी

साथ ही, स्वास्थ्य विभाग द्वारा ग्रामीणों को यह भी समझाया जा रहा है कि कैसे उबालकर पानी पीना, खाना ढककर रखना और हाथ धोना जैसे छोटे-छोटे उपाय संक्रमण से बचाव में कारगर हो सकते हैं।

✅ स्थिति नियंत्रण में

6 जुलाई 2025 की दोपहर तक प्राप्त जानकारी के अनुसार हालात नियंत्रण में हैं। अब तक कोई बड़ी जनहानि नहीं हुई है, और उपचार की सारी व्यवस्थाएं उपलब्ध हैं। यदि ग्रामीण सतर्कता बरतते हैं और स्वास्थ्य विभाग के निर्देशों का पालन करते हैं, तो आने वाले दिनों में स्थिति पूरी तरह सामान्य हो सकती है।


📌 निष्कर्ष:
ग्राम मरदरी में हुए इस उल्टी-दस्त के प्रकोप ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि आशा कार्यकर्ताओं, स्वास्थ्य कर्मियों और प्रशासनिक तंत्र की त्वरित प्रतिक्रिया कितनी महत्वपूर्ण होती है। स्वास्थ्य विभाग की सजगता से संक्रमण की स्थिति को शुरुआती स्तर पर ही नियंत्रित किया जा सका।


📍 अदृश्य शक्ति न्यूज़ | भूपेंद्र विश्वकर्मा | उमरिया से विशेष रिपोर्ट

खबर सोशल मीडिया में शेयर करें

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top