बरही, कटनी मध्य प्रदेश
बरही नगर ने उस ऐतिहासिक क्षण का साक्षी बनकर नया कीर्तिमान रच दिया जब विश्वकर्मा समाज उत्थान संघ एवं शिक्षा समिति के तत्वावधान में आयोजित भगवान विश्वकर्मा पूजन दिवस की शोभायात्रा और सांस्कृतिक कार्यक्रम में जनसैलाब उमड़ पड़ा। नगर के प्रमुख मार्गों से निकली शोभायात्रा इतनी विशाल रही कि बरही की सड़कों पर जनसमूह के कारण आवाजाही रुक गई और पूरा नगर धार्मिक उत्साह और सामाजिक एकता का केंद्र बन गया।

शोभायात्रा का भव्य आयोजन
शोभायात्रा का शुभारंभ विजयनाथ धाम से हुआ जो कमानिया गेट, बड़ा तालाब होते हुए सेंट्रल बैंक मार्ग से पुनः विजयधाम परिसर में संपन्न हुई। रास्ते भर श्रद्धालुओं और समाजबंधुओं का उत्साह देखते ही बन रहा था। जगह-जगह स्वागत द्वार बनाए गए और श्रद्धालुओं ने पुष्प वर्षा कर समाज की इस आस्था यात्रा को और भव्य बना दिया। नगर की तंग गलियों से लेकर प्रमुख मार्गों तक मानव श्रृंखला जैसी भीड़ उमड़ी रही।

सांस्कृतिक कार्यक्रम और सम्मान समारोह

शोभायात्रा के उपरांत आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में अपार भीड़ के कारण पंडाल छोटा पड़ गया। लोगों को खड़े होकर भी कार्यक्रम का आनंद लेना पड़ा। मंच पर बुजुर्गों का सम्मान, छात्रों का अभिनंदन, आर्केस्ट्रा प्रस्तुति और रक्तदान शिविर की सफल आयोजन ने कार्यक्रम को बहुआयामी स्वरूप प्रदान किया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कटनी जिला उपाध्यक्ष माननीय अशोक विश्वकर्मा रहे जबकि विशिष्ट अतिथि के रूप में नगर अध्यक्ष पीयूष अग्रवाल अपने पार्षद दल सहित उपस्थित हुए।
संस्था के अध्यक्ष श्री विष्णु विश्वकर्मा को समाज सेवा और समर्पण के लिए राजेश विश्वकर्मा ने स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। इसी क्रम में संस्था की ओर से हरकेश विश्वकर्मा को सम्मान फलक भेंट किया गया।
रक्तदान शिविर और महाप्रसाद

भगवान विश्वकर्मा पूजन दिवस पर रक्तदान शिविर का भी आयोजन किया गया, जिसमें युवाओं और समाजबंधुओं ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। “अदृश्य शक्ति न्यूज़” के पत्रकार जानकी प्रसाद विश्वकर्मा ने रक्तदाताओं से बातचीत कर उनके अनुभव और भावनाओं को जाना। वहीं मुख्य अतिथियों ने इस शिविर को सामाजिक एकता और मानवता की सेवा का उत्कृष्ट उदाहरण बताया।
आयोजन के उपरांत मंगल भवन में महाप्रसाद वितरण हुआ, जिसमें श्रद्धालुओं ने सामूहिक रूप से प्रसाद ग्रहण किया।
आयोजन में प्रमुख भूमिका

इस ऐतिहासिक आयोजन को सफल बनाने में श्री राममिलन विश्वकर्मा, अच्छेलाल विश्वकर्मा, जमुना प्रसाद विश्वकर्मा, आशुतोष विश्वकर्मा, संजीव विश्वकर्मा, आशीष विश्वकर्मा, केशव विश्वकर्मा, सुनील विश्वकर्मा, हरीश विश्वकर्मा, पार्षद गोवर्धन विश्वकर्मा, अमित विश्वकर्मा, पत्रकार जानकी प्रसाद विश्वकर्मा, शिवकुमार विश्वकर्मा, काशीराम विश्वकर्मा, राकेश विश्वकर्मा, मोनार्क कंप्यूटर इंस्टिट्यूट डायरेक्टर कमलेश विश्वकर्मा, कौशल विश्वकर्मा, जनपद सदस्य पुष्पेंद्र विश्वकर्मा, कैलाश विश्वकर्मा शिक्षक, रामफल विश्वकर्मा, राजेंद्र, ब्रजेश विश्वकर्मा, दुर्गा विश्वकर्मा, पिंटू विश्वकर्मा, विनोद विश्वकर्मा, अमृत लाल विश्वकर्मा, प्रदीप, दिलीप, प्रकाश, निलेंद्र, सुखबदन, गया प्रसाद, देसराज, दिलीप, भारत, रामाधीन, विनोद, जुगुल, विशंभर, दयाराम, दुर्योधन, सहित अनेकों सामाजिक कार्यकर्ताओं का विशेष योगदान रहा।
नया इतिहास रचा

बरही नगर और आसपास के क्षेत्रों में आज तक इतनी विशाल शोभायात्रा और सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन कभी नहीं हुआ था। इस दिन को विश्वकर्मा समाज ने अपने समर्पण, एकजुटता और संगठन क्षमता से ऐतिहासिक बना दिया। बुजुर्गों का सम्मान, युवाओं की सक्रियता और मातृशक्ति की भागीदारी ने इस आयोजन को एकता और सांस्कृतिक गौरव का अद्वितीय उदाहरण बना दिया।