कटनी जिले में किसानों की दुर्दशा: खुले आसमान के नीचे पड़ा धान, प्रशासन से मदद की गुहार
मध्य प्रदेश के कटनी जिले की बहोरीबंद तहसील के सिहुड़ी स्थित धान उपार्जन केंद्र पर किसानों की हालत बेहद चिंताजनक है। पिछले कई दिनों से किसानों का धान खुले आसमान के नीचे पड़ा हुआ है, लेकिन प्रशासन इसे उठाने की कोई ठोस व्यवस्था नहीं कर रहा है। इससे किसानों में गहरा आक्रोश और निराशा व्याप्त है।
धान उपार्जन केंद्र के प्रभारी नारायण प्रसाद पटेल ने स्वीकार किया कि माल उठाव में देरी हो रही है। केंद्र पर खरीदी तो जारी है, लेकिन उठाव का काम धीमी गति से हो रहा है। मौसम खराब होने और बारिश की आशंका से किसानों की चिंताएं बढ़ गई हैं। उनका कहना है कि यदि धान भीग गया, तो उनकी महीनों की मेहनत और पूरी फसल बर्बाद हो जाएगी।
गांव के किसान पुरुषोत्तम पटेल, सोनेलाल, राम नारायण, सतीश, राजू, बलवान, शिव कुमार, और सुरेंद्र ने बताया कि प्रशासन से बार-बार गुहार लगाई जा रही है, लेकिन उनकी समस्या का अब तक कोई समाधान नहीं हुआ है। किसानों ने अपनी पीड़ा व्यक्त करते हुए बताया कि वे दिन-रात अपनी फसल की सुरक्षा के लिए चिंतित हैं।
किसानों ने बहोरीबंद के एसडीएम राकेश चौरसिया और कलेक्टर दिलीप कुमार यादव से अपील की है कि वे इस समस्या का जल्द से जल्द समाधान करें। उन्होंने मांग की है कि प्रशासन शीघ्र ही धान उठाने की व्यवस्था करे, ताकि खराब मौसम के कारण होने वाले नुकसान से बचा जा सके।
मौजूदा स्थिति में किसानों को उनकी मेहनत और फसल को लेकर गहरी चिंता है। प्रशासन की ओर से त्वरित कदम उठाने की आवश्यकता है, ताकि उनकी समस्याओं का समाधान हो सके। किसान उम्मीद कर रहे हैं कि सरकार और प्रशासन उनकी दुर्दशा को गंभीरता से लेकर समय पर मदद करेंगे।
यह मुद्दा न केवल किसानों के लिए बल्कि जिले की कृषि व्यवस्था के लिए भी एक गंभीर चेतावनी है। जरूरत है कि प्रशासन त्वरित कार्रवाई कर किसानों को राहत प्रदान करे।