विजयराघवगढ़ पुलिस की तत्परता से लौट आई खुशियां”पुलिसविजयराघवगढ़ पुलिस की तत्परता से लौट आई खुशियां”

विजयराघवगढ़ पुलिस ने दो घंटे में किया नाबालिग बालक की सकुशल दस्तयाबी, पुलिस की तत्परता से लौट आई खुशियां”

कटनी, 19 दिसंबर 2024:
विजयराघवगढ़ पुलिस ने एक और महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त की है। श्रीमान पुलिस अधीक्षक महोदय श्री अभिजीत कुमार रंजन के निर्देश पर पुलिस टीम ने नाबालिग बालक को मात्र दो घंटे के भीतर सकुशल दस्तयाब कर उसके परिजनों के सुपुर्द कर दिया। यह सफलता पुलिस की तत्परता और मानवीय संवेदनाओं के प्रति प्रतिबद्धता का प्रमाण है।

किशन कोल की गुमशुदगी की सूचना
दिनांक 19 दिसंबर 2024 को करीब 01:30 बजे ग्राम जोबीखुर्द थाना कुठला के निवासी पवन कोल ने थाना विजयराघवगढ़ में सूचना दी कि उनका 12 वर्षीय बेटा किशन कोल रजा बस में बैठकर विजयराघवगढ़ आ रहा था। वह विजयराघवगढ़ बस स्टेण्ड पर उतर गया था, लेकिन अब तक घर नहीं पहुंचा। यह सूचना पुलिस को मिलते ही, निरीक्षक रीतेश शर्मा ने तुरंत मामले को गंभीरता से लिया और पुलिस टीम के साथ किशन कोल की तलाश शुरू कर दी।

पुलिस
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टीम ने की तत्परता से तलाश
सूचना प्राप्त होने के बाद, निरीक्षक रीतेश शर्मा के नेतृत्व में पुलिस टीम ने तुरंत ही विजयराघवगढ़ बस स्टेण्ड और आसपास के क्षेत्रों में घेराबंदी की। पुलिस टीम ने बस स्टेण्ड के आस-पास के राहगीरों से पूछताछ की और आस-पास के गांवों की ओर भी तलाश शुरू की। आखिरकार, किशन कोल ग्राम रजरवारा नम्बर 2 रोड स्थित एक हैंडपंप पर पानी पीते हुए मिला।

किशन कोल को सकुशल परिजनों के पास भेजा
किशन कोल को पुलिस ने सुरक्षित पाया और उसे तुरंत उसके परिजनों के पास भेजा। पवन कोल ने पुलिस की तत्परता और संवेदनशीलता की सराहना की और कहा कि वह अपने बेटे को सुरक्षित पाकर बेहद राहत महसूस कर रहे हैं।

पुलिस टीम की सराहनीय भूमिका
इस पूरी कार्यवाही में थाना प्रभारी निरीक्षक रीतेश शर्मा के नेतृत्व में उप निरीक्षक अश्वनी यादव, प्रधान आरक्षक अरविंद गर्ग, आरक्षक अर्जुन सिंह और आरक्षक मज्जू कोल की महत्वपूर्ण भूमिका रही। इन सभी पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों ने मिलकर न केवल तेज़ी से कार्रवाई की, बल्कि यह भी सुनिश्चित किया कि बच्चे को सही समय पर उसके परिवार तक पहुंचाया जाए।

श्री अभिजीत कुमार रंजन का मार्गदर्शन
श्रीमान पुलिस अधीक्षक महोदय श्री अभिजीत कुमार रंजन के नेतृत्व में, पुलिस ने हमेशा मानवीय संवेदनाओं को प्राथमिकता दी है। उनके द्वारा लगातार पुलिसकर्मियों को संवेदनशील तरीके से कार्य करने के निर्देश दिए जाते रहे हैं, जिससे ऐसी घटनाओं पर त्वरित और प्रभावी कार्रवाई हो पाती है। श्री अभिजीत कुमार रंजन के मार्गदर्शन में, विजयराघवगढ़ पुलिस ने यह सफलता प्राप्त की है।

समाज में पुलिस का विश्वास बढ़ता है
यह घटना विजयराघवगढ़ पुलिस के कार्यों का उदाहरण है, जो न केवल कानून व्यवस्था बनाए रखने में सक्षम है, बल्कि समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी और संवेदनशीलता भी निभाती है। ऐसे प्रयासों से पुलिस और आम नागरिकों के बीच विश्वास और सहयोग बढ़ता है, जिससे समाज में शांति और सुरक्षा बनी रहती है।

इस सफलता को देखकर यह साफ होता है कि जब पुलिस और समाज एकजुट होकर काम करते हैं, तो किसी भी चुनौती का समाधान संभव होता है।

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