पेरिस ओलंपिक 2024: भारत को मिला एक और पदक, जानिए आज कौन जीता और किसकी हुई हार
पेरिस, 2 अगस्त 2024 – पेरिस ओलंपिक 2024 में आज का दिन भारत के लिए उत्साहजनक रहा, क्योंकि भारत को एक और पदक मिला है। भारतीय एथलीटों ने विभिन्न स्पर्धाओं में भाग लिया और देश को गर्व का अनुभव कराया।
भारोत्तोलन में सिल्वर मेडल
भारतीय भारोत्तोलक मीराबाई चानू ने महिलाओं की 49 किलोग्राम भारवर्ग में सिल्वर मेडल जीता। मीराबाई ने अपने प्रदर्शन में कुल 202 किलोग्राम वजन उठाया, जिसमें स्नैच में 87 किलोग्राम और क्लीन एंड जर्क में 115 किलोग्राम शामिल थे। चीन की होउ झिहुई ने इस स्पर्धा में गोल्ड मेडल जीता, जबकि इंडोनेशिया की विंडी कैंटीस ने ब्रॉन्ज मेडल हासिल किया।
बैडमिंटन में जीत और हार
भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु ने अपने पहले राउंड के मैच में जापान की नोजोमी ओकुहारा को सीधे सेटों में 21-18, 21-15 से हराकर अगले राउंड में प्रवेश किया। दूसरी ओर, भारतीय पुरुष बैडमिंटन खिलाड़ी किदांबी श्रीकांत को पहले राउंड में डेनमार्क के विक्टर एक्सेलसन से 19-21, 21-17, 15-21 से हार का सामना करना पड़ा।
शूटिंग में निराशा
भारतीय शूटर सौरभ चौधरी और मनु भाकर ने मिश्रित टीम एयर पिस्टल स्पर्धा में भाग लिया, लेकिन फाइनल में जगह बनाने में असफल रहे। दोनों ने क्वालिफिकेशन राउंड में बेहतर प्रदर्शन किया, लेकिन वे फाइनल के लिए आवश्यक अंक नहीं जुटा सके।
हॉकी में मिली हार
भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने अपने पहले मैच में बेल्जियम के खिलाफ 2-1 से हार का सामना किया। बेल्जियम ने मैच के पहले हाफ में 2 गोल किए, जबकि भारत ने दूसरे हाफ में एक गोल किया। भारतीय टीम को अपने अगले मैच में स्पेन से मुकाबला करना है।
कुश्ती में बेहतर प्रदर्शन
भारतीय पहलवान बजरंग पूनिया ने 65 किलोग्राम फ्रीस्टाइल कुश्ती में अपने पहले राउंड के मुकाबले में रूस के पहलवान को 6-3 से हराकर क्वार्टरफाइनल में प्रवेश किया। बजरंग का अगला मुकाबला ईरान के पहलवान से होगा।
आगे की उम्मीदें
भारत को अभी और भी कई स्पर्धाओं में पदक की उम्मीदें हैं। जिम्नास्टिक्स, एथलेटिक्स, और बॉक्सिंग में भारतीय खिलाड़ी आने वाले दिनों में अपना दमखम दिखाने के लिए तैयार हैं।
पेरिस ओलंपिक 2024 में भारत का प्रदर्शन अब तक मिलाजुला रहा है, लेकिन मीराबाई चानू के सिल्वर मेडल ने देशवासियों में एक नई उम्मीद जगा दी है। आने वाले दिनों में भारतीय एथलीटों से और भी बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद है।
पेरिस ओलंपिक 2024: मीराबाई चानू का लक्ष्य सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना
पेरिस, 2 अगस्त 2024 – भारतीय भारोत्तोलक मीराबाई चानू ने पेरिस ओलंपिक 2024 में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने की इच्छा जताई है। मीराबाई, जो 2016 और 2020 ओलंपिक में भी भाग ले चुकी हैं, इस बार स्वर्ण पदक जीतने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।
प्रशिक्षण और तैयारी
मीराबाई चानू ने ओलंपिक से पहले कड़ी मेहनत और समर्पण के साथ प्रशिक्षण लिया है। उन्होंने अपने कोच विजय शर्मा और विशेषज्ञों की टीम के साथ मिलकर विशेष रणनीतियों पर काम किया है। मीराबाई ने अपने स्नैच और क्लीन एंड जर्क दोनों में सुधार किया है, जिससे उनकी कुल लिफ्टिंग क्षमता में भी वृद्धि हुई है।
आत्मविश्वास और उम्मीदें
मीराबाई ने कहा, “मेरा लक्ष्य हमेशा से देश के लिए स्वर्ण पदक जीतना रहा है। मैंने अपनी पिछली गलतियों से सीखा है और इस बार मैं पूरी तरह से तैयार हूं।” उन्होंने आगे कहा कि वे इस बार अपने देशवासियों की उम्मीदों पर खरा उतरने की पूरी कोशिश करेंगी।
प्रतिस्पर्धा का सामना
पेरिस ओलंपिक में मीराबाई चानू को कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ेगा। चीन की होउ झिहुई, जो पिछली ओलंपिक चैंपियन हैं, इस बार भी मजबूत दावेदार मानी जा रही हैं। इसके अलावा इंडोनेशिया, कोरिया और थाईलैंड के भारोत्तोलक भी पदक की दौड़ में हैं।
उत्साहजनक संकेत
मीराबाई चानू ने हाल ही में एशियन चैंपियनशिप और कॉमनवेल्थ गेम्स में शानदार प्रदर्शन किया है। इन प्रतियोगिताओं में उनके प्रदर्शन ने उनके आत्मविश्वास को और भी मजबूत किया है। मीराबाई के प्रदर्शन को देखकर विशेषज्ञों का मानना है कि इस बार उनके स्वर्ण पदक जीतने की संभावना बहुत अधिक है।
भारतीय प्रशंसकों की उम्मीदें
भारतीय प्रशंसक मीराबाई चानू से बहुत उम्मीदें लगाए बैठे हैं। सोशल मीडिया पर उनके समर्थन में लाखों संदेश और शुभकामनाएं भेजी जा रही हैं। मीराबाई के परिवार और दोस्तों ने भी उनके लिए दुआएं की हैं और उनकी सफलता की कामना की है।
आने वाले मुकाबले
मीराबाई चानू का मुकाबला आने वाले दिनों में महिलाओं की 49 किलोग्राम भारवर्ग में होगा। देशवासियों की निगाहें उनके हर लिफ्ट पर होंगी, और सभी को उम्मीद है कि वे इस बार स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रचेंगी।
मीराबाई चानू की इस ओलंपिक में सफलता न केवल उनकी मेहनत और समर्पण का परिणाम होगी, बल्कि यह भारत के खेल इतिहास में एक नया अध्याय जोड़ने वाली होगी। सभी को उम्मीद है कि मीराबाई इस बार अपने सपने को साकार करेंगी और देश का नाम रोशन करेंगी।