नल जल योजना के तहत बनी टंकी से पानी टपकने की समस्या, ठेकेदार पर कार्रवाई की मांग
कटनी। बरही तहसील अंतर्गत ग्राम खितौली में नल जल योजना के तहत बनी पानी की टंकी से अब पानी टपकने की समस्या उत्पन्न हो गई है। यह स्थिति उस समय उत्पन्न हुई है जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पूरे भारत में नल जल योजना के तहत लोगों के घर-घर तक स्वच्छ पानी पहुंचाने का संकल्प लिया गया है। वहीं, खितौली में नल जल योजना के तहत बनाई गई पानी की टंकी और पाइपलाइन की गुणवत्ता पर सवाल खड़े हो गए हैं।
गांववासियों के अनुसार, टंकी से पानी टपकने और पाइपलाइन में लीकेज की समस्या से ग्रामवासी परेशान हो गए हैं। खास बात यह है कि पाइपलाइन में जगह-जगह लीकेज हो रहा है, जिसके कारण गांव की गलियों में पानी भर जाता है। इसके अलावा, गांव की पक्की सड़क को खोदकर पाइपलाइन बिछाई गई थी, लेकिन अब तक उसकी मरम्मत नहीं कराई गई है, जिससे सड़क की स्थिति खराब हो गई है और राहगीरों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
इस मुद्दे पर भाजपा मंडल खितौली के महामंत्री मनोज तिवारी ने ठेकेदार की कार्यशैली पर आपत्ति जताई है। उनका कहना है कि नल जल योजना के तहत ठेकेदार द्वारा किए गए काम की गुणवत्ता बहुत ही खराब है, जिससे गांववासियों को न केवल पानी की समस्या का सामना करना पड़ रहा है, बल्कि सड़क की स्थिति भी बदतर हो गई है। मनोज तिवारी ने कलेक्टर महोदय से मामले की जांच कराने की मांग की है और दोषी ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
मनोज तिवारी ने यह भी बताया कि उन्होंने इस मामले की शिकायत 181 हेल्पलाइन पर दर्ज कराई है, लेकिन अभी तक किसी प्रकार का समाधान नहीं हुआ है। उनका कहना है कि यदि शीघ्र कार्रवाई नहीं की जाती, तो गांववासियों को और भी समस्याओं का सामना करना पड़ेगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नल जल योजना का उद्देश्य देश के हर घर में नल से स्वच्छ पानी पहुंचाना है, लेकिन खितौली गांव में इस योजना के तहत बनी टंकी और पाइपलाइन में गड़बड़ियों ने इस योजना के उद्देश्य को ही सवालों के घेरे में ला दिया है। ग्रामीणों का कहना है कि जिस योजना से उनकी पानी की समस्या का समाधान होना था, वही योजना अब उनके लिए और भी समस्याएं उत्पन्न कर रही है।
इस प्रकार की गड़बड़ी और लापरवाही को लेकर ग्रामीणों में गुस्सा बढ़ता जा रहा है। भाजपा मंडल के महामंत्री मनोज तिवारी का कहना है कि अगर इस मामले में ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई नहीं की जाती है, तो वे भविष्य में इस मुद्दे को और अधिक जोर-शोर से उठाएंगे। उनका यह भी कहना है कि सरकार को इस पर कड़ी नजर रखनी चाहिए ताकि अन्य स्थानों पर इस प्रकार की लापरवाही न हो।
अब देखना यह है कि प्रशासन इस मामले में कब तक कार्रवाई करता है और दोषियों को दंडित करता है। वहीं, गांववासियों का कहना है कि उन्हें जल योजना के लाभ का वास्तविक फायदा तभी मिलेगा जब इसे गुणवत्ता के साथ लागू किया जाएगा।