ग्राम उबरा, 9 अगस्त 2024 – भूमि खसरा ई-केवायसी प्रक्रिया के अंतर्गत, ग्राम पंचायत भवन में विद्युत सप्लाई बंद होने के कारण गाँव में कई वैकल्पिक केंद्र स्थापित किए गए हैं।
इस कदम का उद्देश्य ग्रामवासियों को आसानी से ई-केवायसी प्रक्रिया पूरा करने में मदद करना है, ताकि कोई भी किसान इस महत्वपूर्ण कार्य को समय पर पूरा कर सके।
स्थापित किए गए ई-केवायसी सेंटर:
- हनुमान मंदिर के पास: उमादत्त विश्वकर्मा द्वारा संचालित किया जा रहा है।
- MP ऑनलाइन दुकान: माखन गुप्ता द्वारा ई-केवायसी की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है।
- दीपक गुप्ता: भी इस प्रक्रिया में सहायता प्रदान कर रहे हैं।
- आनंद साहू: ग्राम उबरा में ई-केवायसी की सेवा प्रदान कर रहे हैं
- विश्वकर्मा मोहल्ला: रामकिशोर विश्वकर्मा द्वारा ई-केवायसी की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है
ग्राम पंचायत की अपील: ग्राम सरपंच श्री गजराज सिंह बागरी और सचिव श्री राजेंद्र प्रसाद विश्वकर्मा ने सभी ग्रामवासियों और किसानों से अपील की है कि वे शीघ्रता से ई-केवायसी करवा लें। सरपंच और सचिव ने कहा, “कृपया समस्त किसान बंधु ई-केवायसी कराने का कष्ट करें। पोर्टल का पता नहीं कब बंद हो जाये, इसलिए समय पर KYC करवा लें। यह प्रक्रिया आपकी भूमि रिकॉर्ड की सटीकता और सरकारी योजनाओं के लाभ के लिए अत्यंत आवश्यक है।”
वैकल्पिक सेंटरों की स्थापना: ग्राम पंचायत भवन में विद्युत सप्लाई बंद होने के कारण, ग्रामवासियों को ई-केवायसी की सुविधा देने के लिए चार अतिरिक्त केंद्र स्थापित किए गए हैं। ये केंद्र गांव में प्रमुख स्थानों पर स्थित हैं, जिससे किसानों को ई-केवायसी प्रक्रिया में आसानी हो सके। इन केंद्रों पर अनुभवी व्यक्तियों द्वारा सहायता प्रदान की जा रही है, ताकि किसी भी प्रकार की तकनीकी या दस्तावेज़ी समस्याओं का समाधान तुरंत किया जा सके।
ई-केवायसी की महत्ता: ई-केवायसी प्रक्रिया का उद्देश्य भूमि के मालिकाना हक को स्पष्ट करना और सरकारी योजनाओं का लाभ पात्र किसानों तक पहुंचाना है। इसके साथ ही, यह प्रक्रिया भू-अभिलेखों में सुधार और पारदर्शिता लाने में सहायक होगी। यह भी सुनिश्चित करेगी कि भूमि से संबंधित सभी लेनदेन सही और धोखाधड़ी रहित हों।
समय सीमा और प्रक्रिया: ग्रामवासियों को सलाह दी जाती है कि वे जल्द से जल्द अपने नजदीकी ई-केवायसी सेंटर पर जाकर अपनी प्रक्रिया पूरी करें। यह महत्वपूर्ण है कि सभी दस्तावेज़ सही और अपडेटेड हों, ताकि कोई भी समस्या न आए। ई-केवायसी प्रक्रिया पूरी करने के बाद, भूमि रिकॉर्ड की सही जानकारी सुनिश्चित की जा सकेगी और सरकारी लाभ प्राप्त करने में कोई बाधा नहीं आएगी।
सारांश: ग्राम पंचायत उबरा की यह पहल, भूलेख ई-केवायसी को सरल और सुगम बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। सभी ग्रामवासियों से अनुरोध है कि वे इस प्रक्रिया को गंभीरता से लें और समय पर अपनी ई-केवायसी करवा लें। इस तरह की पहल से ना केवल सरकारी योजनाओं का लाभ मिलेगा, बल्कि भूमि से संबंधित विवादों और धोखाधड़ी पर भी अंकुश लगेगा।
मध्य प्रदेश में भूमि स्वामियों के लिए आधार ई-केवायसी अनिवार्य: खसरा नंबर और आधार कार्ड लिंक करने की प्रक्रिया
कटनी, मध्य प्रदेश में भूमि स्वामियों के लिए महत्वपूर्ण खबर आई है। अब राज्य में सभी भूमि स्वामियों के लिए भूलेख पोर्टल पर आधार ई-केवायसी (e-KYC) करना अनिवार्य हो गया है। इस नई प्रक्रिया के तहत, जमीन के मालिक अपने खसरा नंबर और आधार कार्ड को लिंक कर सकते हैं। इसका उद्देश्य भू-अभिलेखों में सुधार लाना, पारदर्शिता बढ़ाना और जमीन से संबंधित धोखाधड़ी को रोकना है।
आधार ई-केवायसी क्या है?
आधार ई-केवायसी एक ऑनलाइन प्रक्रिया है जो भूमि स्वामियों को अपने आधार नंबर को जमीन के रिकॉर्ड (खसरा) के साथ लिंक करने की अनुमति देती है। यह प्रक्रिया भूलेख विभाग के डेटाबेस में सही मालिक की पहचान सुनिश्चित करने में मदद करती है। इसके अलावा, यह प्रक्रिया किसानों को विभिन्न सरकारी योजनाओं और लाभों का उपयोग करने के लिए भी आवश्यक है।
ई-केवायसी के लिए आवश्यक दस्तावेज
आधार ई-केवायसी करने के लिए आपको निम्नलिखित दस्तावेज और सुविधाएँ चाहिए:
- आधार कार्ड – वैध आधार कार्ड आवश्यक है।
- लिंक्ड मोबाइल नंबर – आपका आधार कार्ड से लिंक मोबाइल नंबर होना चाहिए।
- खसरा नंबर और भूमि का विवरण – आपकी जमीन से संबंधित जानकारी।
- स्मार्टफोन या इंटरनेट से जुड़ा कंप्यूटर – ऑनलाइन प्रक्रिया के लिए।
आधार भूमि खसरा ई-केवायसी प्रक्रिया
समग्र पोर्टल के माध्यम से:
- समग्र पोर्टल (https://samagra.gov.in) पर जाएं और लॉगिन करें।
- होमपेज पर “e-KYC और भूमि लिंक करें” विकल्प पर क्लिक करें।
- “सदस्य का समग्र आईडी प्रविष्ट करें” में अपना समग्र आईडी नंबर दर्ज करें और कैप्चा कोड डालें।
- यदि आपके पास जमीन है, “हां” चुनें और अपना खसरा नंबर, गांव, तहसील और जिला दर्ज करें।
- जमीन का विवरण सत्यापित करें और आधार कार्ड नंबर और जन्मतिथि दर्ज करें।
- आपके आधार से लिंक मोबाइल नंबर पर एक ओटीपी भेजा जाएगा, उसे दर्ज करें।
- सभी जानकारी सही होने पर ई-केवायसी सफलतापूर्वक हो जाएगी।
एमपी भूलेख वेबसाइट के माध्यम से: भूमि खसरा ई-केवायसी
- mpbhlekh.gov.in पर जाएं और लॉगिन करें।
- यदि पहले पंजीकरण नहीं किया है, तो पंजीकरण प्रक्रिया पूरी करें और लॉगिन आईडी प्राप्त करें।
- लॉगिन करने के बाद, “भूस्वामी आधार ई-केवायसी” विकल्प पर क्लिक करें।
- अपना जिला, तहसील और गांव का नाम चुनें। खसरा नंबर याद है तो उसे सेलेक्ट करें, अन्यथा किसान के नाम पर खोजें।
- ‘विवरण देखें’ पर क्लिक करें और अपने नाम के आगे टिक करें।
- ‘ई-केवायसी (भू स्वामी)’ विकल्प पर क्लिक करें, आधार कार्ड नंबर डालें और ओटीपी प्राप्त करें।
- ओटीपी डालकर ‘जमा करें’ पर क्लिक करें और फिर मोबाइल नंबर पर भेजे गए ओटीपी को दर्ज करें।
- टर्म्स को स्वीकार करके ‘अनुमोदन हेतु भेजें’ पर क्लिक करें। आवेदन प्रक्रिया पूरी हो जाएगी और इसे पटवारी द्वारा अनुमोदित किया जाएगा।
ई-केवायसी के लाभ:
- सही मालिक की पहचान: आधार ई-केवायसी से जमीन के रिकॉर्ड और मालिकाना अधिकार स्पष्ट हो जाएंगे।
- पारदर्शिता में सुधार: भूमि लेनदेन और योजनाओं में पारदर्शिता आएगी।
- धोखाधड़ी पर अंकुश: जमीन के विवादों और धोखाधड़ी पर रोक लगेगी।
- सरकारी योजनाओं का लाभ: किसानों को विभिन्न सरकारी योजनाओं के लाभ मिल सकेंगे।
- डिजिटलीकरण में मदद: समग्र भू-अभिलेखों के डिजिटलीकरण को बढ़ावा मिलेगा।
महत्वपूर्ण बातें:
- यदि आधार से मोबाइल नंबर लिंक नहीं है, तो आपको किसी सीएससी सेंटर पर जाकर बायोमेट्रिक ई-केवायसी करनी होगी।
- खसरे में नाम की सही जानकारी सुनिश्चित करने के लिए तहसील में रिकॉर्ड सुधारना जरूरी है।
- अगर जमीन में एक से ज्यादा मालिक हैं, तो उनके हिस्से का वितरण स्पष्ट होना चाहिए।
- ई-केवायसी के बाद भी, किसानों को पीएम किसान पोर्टल पर अलग से पंजीकरण करना होगा।
FAQs
Q: एमपी भूलेख पर आधार भूमि खसरा ई-केवायसी करना क्यों जरूरी है? A: यह प्रक्रिया सही मालिक की पहचान सुनिश्चित करती है, भू-अभिलेखों में सुधार लाती है और सरकारी योजनाओं का लाभ प्राप्त करने में मदद करती है।
Q: खसरा को आधार से लिंक करने के लिए क्या आवश्यक है? A: आधार कार्ड, आधार से लिंक मोबाइल नंबर, खसरा नंबर, और जमीन का विवरण होना चाहिए।
Q: आधार भूमि खसरा ई-केवायसी करने के लिए क्या आवश्यक है? A: आधार कार्ड, आधार से लिंक मोबाइल नंबर, खसरा नंबर और भूमि का विवरण, और स्मार्टफोन या इंटरनेट से जुड़ा कंप्यूटर।
Q: MP Bhulekh e-KYC कैसे करें? A: समग्र पोर्टल पर लॉगिन करें, “e-KYC और भूमि लिंक करें” ऑप्शन चुनें, समग्र ID और खसरा नंबर भरें, आधार नंबर और मोबाइल नंबर (ओटीपी) डालें।
Q: एमपी भूलेख वेबसाइट से खसरा को आधार से कैसे लिंक किया जाता है? A: mpbhlekh.gov.in पर लॉगिन करें, “भूस्वामी आधार ई-केवायसी” विकल्प पर क्लिक करें, खसरा नंबर और आधार कार्ड नंबर डालें, और ओटीपी के साथ प्रक्रिया पूरी करें।
Q:भूमि खसरा ई-केवायसी के क्या फायदे हैं? A: ई-केवायसी से रिकॉर्ड स्पष्ट होते हैं, लेनदेन में पारदर्शिता आती है, धोखाधड़ी पर अंकुश लगता है, और किसानों को योजनाओं का लाभ मिलता है।