ज्ञानेश कुमार बने नए मुख्य चुनाव आयुक्त, नई नियुक्ति प्रक्रिया के तहत पहली नियुक्ति
नई दिल्ली: चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार को सोमवार, 17 फरवरी, 2025 को देश का अगला मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) नियुक्त किया गया। यह जानकारी कानून मंत्रालय ने दी। कुमार, चुनाव आयोग के सदस्यों की नियुक्ति पर बनाए गए नए कानून के तहत नियुक्त होने वाले पहले सीईसी हैं। उनका कार्यकाल 26 जनवरी, 2029 तक रहेगा, जिसके कुछ दिन पहले अगले लोकसभा चुनाव कार्यक्रम की घोषणा की संभावना है।

पदभार ग्रहण और नियुक्ति प्रक्रिया
श्री कुमार 19 फरवरी, 2025 को पदभार ग्रहण करेंगे। उनकी नियुक्ति प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली तीन सदस्यीय समिति की बैठक के बाद की गई। समिति में प्रधान न्यायाधीश और विपक्ष के नेता भी शामिल थे। यह नियुक्ति ऐसे समय में हुई है जब सुप्रीम कोर्ट इस नए कानून को चुनौती देने वाली याचिका पर सुनवाई करने वाला है।
श्री कुमार वर्तमान सीईसी राजीव कुमार के बाद आयोग के सबसे वरिष्ठ चुनाव आयुक्त हैं। उन्होंने 15 मार्च, 2024 को चुनाव आयुक्त के रूप में कार्यभार संभाला था। इससे पहले, वे 31 जनवरी, 2024 को केंद्रीय सहकारिता सचिव के पद से सेवानिवृत्त हुए थे।
पेशेवर सफर और उपलब्धियां
केरल कैडर के 1988 बैच के आईएएस अधिकारी ज्ञानेश कुमार ने अपने करियर में कई महत्वपूर्ण पदों पर काम किया। केंद्रीय गृह मंत्रालय में अपने कार्यकाल के दौरान, उन्होंने जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के बाद फैसलों को लागू करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

भारत सरकार में उनकी नियुक्तियाँ:
- गृह मंत्रालय: संयुक्त सचिव और अतिरिक्त सचिव
- रक्षा मंत्रालय: संयुक्त सचिव
- संसदीय मामलों का मंत्रालय: सचिव
- सहकारिता मंत्रालय: सचिव
केरल सरकार में उन्होंने जिला कलेक्टर, वित्त संसाधन सचिव, लोक निर्माण विभाग के सचिव जैसे पदों पर काम किया।
शैक्षणिक पृष्ठभूमि
श्री कुमार ने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) कानपुर से सिविल इंजीनियरिंग में बी.टेक किया है। इसके अलावा, उन्होंने आईसीएफएआई से बिजनेस फाइनेंस और हार्वर्ड विश्वविद्यालय से पर्यावरण अर्थशास्त्र का अध्ययन किया।
आगामी चुनावों की तैयारी
26वें मुख्य चुनाव आयुक्त के रूप में, ज्ञानेश कुमार इस साल के अंत में होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव की देखरेख करेंगे। इसके अलावा, उनके कार्यकाल में 2026 में केरल, पुडुचेरी, तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल के महत्वपूर्ण विधानसभा चुनाव भी होंगे।
चुनाव आयोग की नई प्रक्रिया और चुनौतियाँ
श्री कुमार की नियुक्ति नई प्रक्रिया के तहत हुई है, जिसे सरकार ने चुनाव आयोग की पारदर्शिता और निष्पक्षता बढ़ाने के लिए लागू किया है। हालांकि, इस प्रक्रिया को लेकर कुछ याचिकाएँ सुप्रीम कोर्ट में लंबित हैं।
ज्ञानेश कुमार की नियुक्ति से चुनाव आयोग को उनकी प्रशासनिक क्षमता और व्यापक अनुभव का लाभ मिलेगा। उनके नेतृत्व में आगामी चुनावों को स्वतंत्र और निष्पक्ष रूप से संपन्न कराने की उम्मीद है।