पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को भावपूर्ण श्रद्धांजलि
भारत के पूर्व प्रधानमंत्री और प्रख्यात अर्थशास्त्री डॉ. मनमोहन सिंह का 26 दिसंबर 2024 को 92 वर्ष की आयु में निधन हो गया। देश ने आज एक ऐसा नेता खो दिया है, जिसने अपने शांत और दृढ़ नेतृत्व से भारत को आर्थिक और सामाजिक रूप से नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया। उनका निधन केवल एक व्यक्ति की हानि नहीं है, बल्कि यह एक युग का अंत है।
डॉ. मनमोहन सिंह का जीवन सादगी, ईमानदारी और कर्तव्यनिष्ठा का प्रतीक था। वह 1991 के आर्थिक सुधारों के प्रमुख वास्तुकार थे, जिसने भारत को वैश्विक अर्थव्यवस्था में एक मजबूत स्थान दिलाया। प्रधानमंत्री के रूप में उनके कार्यकाल में लागू हुए महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (NREGA), सूचना का अधिकार अधिनियम (RTI) और खाद्य सुरक्षा अधिनियम जैसे ऐतिहासिक फैसले आज भी लाखों भारतीयों के जीवन को प्रभावित कर रहे हैं।
उनकी नेतृत्व क्षमता का प्रमाण भारत-अमेरिका असैन्य परमाणु समझौता है, जो उनकी दूरदर्शिता और दृढ़ संकल्प को दर्शाता है। डॉ. सिंह ने अपने हर कार्य में केवल राष्ट्रहित को सर्वोपरि रखा।
राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और सभी प्रमुख नेताओं ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है। प्रधानमंत्री ने कहा, “डॉ. मनमोहन सिंह का योगदान भारतीय लोकतंत्र और विकास की कहानी में अमूल्य रहेगा। उनकी सरलता और विद्वता आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेगी।”
आज, पूरे देश में शोक की लहर है। भारतीय संसद और विभिन्न संस्थानों में दो मिनट का मौन रखा गया। उनका अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा।
डॉ. मनमोहन सिंह के योगदानों को याद करते हुए, देश उन्हें अपनी संवेदनात्मक श्रद्धांजलि अर्पित करता है। उनकी सरलता, विद्वता और नेतृत्व हमेशा हमें प्रेरणा देते रहेंगे। उनका जीवन देश सेवा का एक आदर्श अध्याय है।
“अलविदा डॉ. सिंह। आप हमेशा हमारे दिलों में जिंदा रहेंगे।”
पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का 26 दिसंबर 2024 को 92 वर्ष की आयु में निधन हो गया। उनका अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा।
डॉ. सिंह ने अपने जीवन में कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया, जिनमें भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर, वित्त मंत्री और प्रधानमंत्री शामिल हैं। उनके कार्यकाल में देश में कई महत्वपूर्ण सुधार हुए, जिन्होंने भारत की अर्थव्यवस्था और समाज पर गहरा प्रभाव डाला।
देश हित में डॉ. मनमोहन सिंह के अमूल्य कार्य:
- आर्थिक उदारीकरण (1991): वित्त मंत्री के रूप में, डॉ. सिंह ने भारत की अर्थव्यवस्था को वैश्विक बाजारों के लिए खोलने के लिए उदारीकरण सुधार लागू किए, जिससे विदेशी निवेश को आकर्षित किया गया और निर्यात को प्रोत्साहन मिला।
- राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (NREGA): प्रधानमंत्री के रूप में, उन्होंने इस अधिनियम को लागू किया, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसर बढ़े और गरीबी में कमी आई।
- सूचना का अधिकार अधिनियम (RTI): उनके कार्यकाल में यह अधिनियम पारित हुआ, जिससे सरकार की पारदर्शिता और जवाबदेही में वृद्धि हुई।
- खाद्य सुरक्षा अधिनियम: डॉ. सिंह ने इस अधिनियम को लागू किया, जिससे देश के गरीब लोगों को रियायती दर पर भोजन मिलना सुनिश्चित हुआ।
- भारत-अमेरिका असैन्य परमाणु समझौता: उनके नेतृत्व में इस ऐतिहासिक समझौते पर हस्ताक्षर हुए, जिससे भारत की ऊर्जा सुरक्षा को मजबूती मिली।
डॉ. मनमोहन सिंह के इन योगदानों ने भारत के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और उन्हें एक कुशल अर्थशास्त्री और दूरदर्शी नेता के रूप में स्थापित किया।
उनकी स्मृति में, हम उनके द्वारा किए गए कार्यों को सम्मानपूर्वक याद करते हैं और उनके परिवार के प्रति संवेदनाएं व्यक्त करते हैं।
उनके जीवन और योगदान के बारे में अधिक जानकारी के लिए, आप निम्नलिखित वीडियो देख सकते हैं: