बरही खितौली और आस-पास के ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली की व्यवस्था चरमरा गई है। ग्रामीणों का आरोप है कि विभाग मनमानी कर रहा है। पिछले एक महीने से अवैध कटौती और लो-वोल्टेज की समस्या से ग्रामीण काफी परेशान हैं। उमस भरी गर्मी ने लोगों की परेशानी और बढ़ा दी है।
24 घंटे में सिर्फ कुछ घंटे बिजली: गांवों में बिजली की आपूर्ति दिनभर में मुश्किल से कुछ घंटों के लिए होती है, और वह भी लो-वोल्टेज पर। कई बार तो पूरी रात और दिन बिजली गायब रहती है, जिससे ग्रामीणों की मुश्किलें बढ़ गई हैं।
किसानों की समस्याएं: किसान अपनी फसल के लिए इंतजार कर रहे हैं, लेकिन बिजली नहीं होने के कारण पंप नहीं चल पा रहे हैं। इसके अलावा, घरों में पंखे भी नहीं चल पा रहे हैं, जिससे लोगों को गर्मी में बहुत दिक्कत हो रही है।
बिजली बिल और लापरवाही: विभाग की लापरवाही के कारण ग्रामीणों को मनमाने बिजली बिल आ रहे हैं। एक तरफ बिजली की कमी है, दूसरी तरफ बारिश न होने से पानी की भी समस्या बढ़ रही है।
खतरनाक स्थिति: बरसात के मौसम में जहरीले कीड़े-मकोड़े और जंगली जानवरों का खतरा बढ़ गया है। इसके अलावा, स्कूली बच्चे भी इस स्थिति से प्रभावित हो रहे हैं। स्कूलों में पंखे न चलने के कारण बच्चे गर्मी से परेशान हैं और कई बच्चे स्कूल नहीं जाना चाहते।
प्रशासन का रवैया: ग्रामीणों का कहना है कि बिजली विभाग के जिम्मेदार फोन नहीं उठाते और प्राइवेट कर्मचारियों का रवैया लापरवाह है। विभाग के कुछ कर्मचारियों का कहना है कि बिजली की समस्या का समाधान ऊपर से होना चाहिए, लेकिन सुधार कार्य शून्य हैं