डोडा आतंकी हमले में शहीद हुए सैनिकों को श्रद्धांजलि: परिवारों का कहना है कि ‘हर कोई देश की सेवा करने के लिए भाग्यशाली नहीं होता’
डोडा, जम्मू और कश्मीर: जम्मू और कश्मीर के डोडा जिले में हाल ही में हुए आतंकी हमले में शहीद हुए सैनिकों को पूरे देश ने अश्रुपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की। इस हमले में चार सैनिक शहीद हुए, जिन्होंने देश की सुरक्षा और संप्रभुता की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दी। शहीदों के परिवारों ने गर्व और दुःख के मिश्रित भावों के साथ अपने वीरों को अंतिम विदाई दी।
हमला और उसकी पृष्ठभूमि
डोडा जिले में सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच हुई मुठभेड़ में 4 भारतीय सैनिक शहीद हो गए। यह हमला उस समय हुआ जब सुरक्षा बलों ने एक खुफिया जानकारी के आधार पर आतंकियों के ठिकाने पर कार्रवाई की। मुठभेड़ में कई आतंकवादी भी मारे गए, लेकिन इस संघर्ष ने देश को अपने बहादुर सैनिकों की शहादत का सामना करने पर मजबूर कर दिया।
परिवारों की प्रतिक्रिया
शहीद सैनिकों के परिवारों ने अपने प्रियजनों की शहादत पर गर्व व्यक्त किया। एक शहीद के पिता ने कहा, “मेरा बेटा देश के लिए शहीद हुआ है, यह हमारे परिवार के लिए गर्व की बात है। हर कोई देश की सेवा करने के लिए भाग्यशाली नहीं होता।”
एक अन्य शहीद की पत्नी ने कहा, “मेरा पति हमेशा कहता था कि देश सेवा सबसे बड़ी सेवा है। उनकी शहादत ने हमारे परिवार को गौरवान्वित किया है, लेकिन उनकी कमी हमेशा खलेगी।”
सरकार और सेना की प्रतिक्रिया
प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री ने शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि देश उनके बलिदान को कभी नहीं भूलेगा। उन्होंने कहा, “हमारे वीर जवानों की शहादत ने हमें आतंकवाद के खिलाफ हमारी लड़ाई में और मजबूत कर दिया है। हम उनके परिवारों के साथ खड़े हैं और हर संभव सहायता प्रदान करेंगे।”
भारतीय सेना के प्रमुख ने भी शहीदों की वीरता की सराहना की और उनके परिवारों को आश्वासन दिया कि उनकी कुर्बानी व्यर्थ नहीं जाएगी। उन्होंने कहा, “हम आतंकवादियों के खिलाफ अपनी कार्रवाई जारी रखेंगे और देश की सुरक्षा सुनिश्चित करेंगे।”
जनता की भावना
सामान्य जनता ने भी शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की और सोशल मीडिया पर उनकी वीरता की कहानियाँ साझा कीं। देशभर में विभिन्न स्थानों पर श्रद्धांजलि सभाओं का आयोजन किया गया, जहां लोगों ने मोमबत्तियाँ जलाकर और पुष्पांजलि अर्पित करके अपने वीर सैनिकों को सम्मानित किया।
भविष्य की रणनीति
आतंकवादियों हमले के बाद सुरक्षा एजेंसियाँ और सतर्क हो गई हैं। राज्य और केंद्रीय सुरक्षा बलों ने मिलकर आतंकवादियों के खिलाफ सघन अभियान शुरू कर दिया है। सरकार ने यह सुनिश्चित करने का वादा किया है डोडा जिले में सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच हुई मुठभेड़ में 4 भारतीय सैनिक शहीद हो गए। कि ऐसे हमलों को रोकने के लिए और अधिक प्रभावी कदम उठाए जाएंगे।
डोडा आतंकी हमले ने एक बार फिर से देश को यह याद दिलाया है कि हमारे सैनिक हर दिन अपने प्राणों की बाजी लगाकर हमारी सुरक्षा सुनिश्चित करते हैं। शहीदों की शहादत को नमन करते हुए, हमें उनकी वीरता और समर्पण से प्रेरणा लेनी चाहिए और उनके परिवारों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करनी चाहिए।